धुंआ दर्द बयाँ करता है,
और राख कहानियां छोड़ जाती है
कुछ लोगों की बातों में भी दम नही होता
कुछ की खामोशियाँ भी निशानियां छोड़ जाती हैं
by ShayariArt | Aug 28, 2018 | Dosti Shayari, Hindi Suvichar, Love Shayari | 0 comments
धुंआ दर्द बयाँ करता है,
और राख कहानियां छोड़ जाती है
कुछ लोगों की बातों में भी दम नही होता
कुछ की खामोशियाँ भी निशानियां छोड़ जाती हैं