नजरों को तेरे प्यार

नजरों को तेरे प्यार

नजरों को तेरे प्यार से इंकार नहीं है, अब मुझे किसी और का इंतज़ार नहीं है, खामोश अगर हूँ मैं तो ये वजूद है मेरा तुम ये न समझना कि तुमसे प्यार नहीं...
एक आवाज़ दूँ

एक आवाज़ दूँ

यूँ तो एक आवाज़ दूँ.. और बुला लूँ तुम्हें,मगर कोशिश ये है कि.. खामोशी को भी आज़मा लूँ ज़रा…

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