Bachpan Ki Shayari बचपन को याद कराने वाली ये शायरी पढ़कर हमें उमीद है कि आपको भी अपने बचपन की याद जरूर आएगी। ये शायरी आपके दिल को छू जाएगी और कुछ पल के लिए आप अपने बचपन की यादों में खो जाएँगे । So must read and share the collection of Bachpan ki Shayari वक्त से पहले...
मेरे नसीब का लिक्खा बदल भी सकता था वो चाहता तो मेरे साथ चल भी सकता था ये तूने ठीक किया अपना हाथ खींच लिया मेरे लबों से तिरा हाथ जल भी सकता था मैं ठीक वक़्त में ख़ामोश हो गया वरना मिरे रफ़ीकों का लहेजा बदल भी सकता था merre nasib ka likha badal bhi sakta tha wo chahta...
काश… एक ख्वाहिश पूरी हो इबादत के बगैर, वो आकर गले लगा ले, मेरी इजाजत के बगैर Kaash …. Ek Khwahish Puri Ho Ibadad Ke Bgair Wo Aakar Galle Laga Le Meri Izazat Ke...