माँ तो माँ होती है by ShayariArt | Aug 27, 2018 | Mother's Dayपहली बार किसी गज़ल को पढ़कर आंसू आ गए । शख्सियत ए “लख्ते-जिगर” कहला न सका । जन्नत के धनी “पैर” कभी सहला न सका । दुध पिलाया उसने छाती से निचोड़कर, मैं “निकम्मा, कभी 1 ग्लास पानी पिला न सका। बुढापे का “सहारा हूँ...
माता पिता की दुआ by ShayariArt | Aug 14, 2018 | Life Shayari, Womens Dayजब माँ छोड़कर जाती है तब दुनिया में कोई दुआ देने वाला नहीं होता.. और जब पिता छोड़कर जाता है तब कोई हौसला देने वाला नहीं...