तन्हा मौसम  उदास ‪‎रात‬

तन्हा मौसम उदास ‪‎रात‬

तन्हा मौसम है और उदास ‪‎रात‬ हैवो मिल के बिछड़ गये ये ‪‎कैसी मुलाक़ात‬ है,दिल धड़क तो रहा है मगर ‎आवाज़‬ नही है,वो धड़कन भी साथ ले गये ‎कितनी अजीब‬ बात...
आखों को आखों से

आखों को आखों से

आखों को आखों से बताई जाती है…दुनिया से जो बात छुपाई जाती है…चाँद से पुछो या पूछो मेरे दिल से …तन्हा कैसे रात बिताई जाती...
कभी हस लिये

कभी हस लिये

कभी हस लिये तो कभी मुस्कुरा दिये।जब हुए उदास तन्हाई मे रो लिये।।सुनाने से दास्तां अपनी, अपनी ही रुसवाई थी।कुछ छुपा ली हमने, कुछ पन्नो पे सजा...
सब कुछ है नसीब में

सब कुछ है नसीब में

सब कुछ है नसीब में, तेरा नाम नहीं है  दिन-रात की तन्हाई में आराम नहीं हैमैं चल पड़ा था घर से तेरी तलाश में  आगाज़ तो किया मगर अंजाम नहीं हैमेरी खताओं की सजा अब मौत ही सही  इसके सिवा तो कोई भी अरमान नहीं हैकहते हैं वो मेरी तरफ यूं उंगली उठाकर  इस...

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