मेरे दिल को पढ़

किताब क्यू पढ़ती हो , किताबो मे क्या रखा है मेरे दिल को पढ़ , सारा जमाना छिपा रखा है …
नज़र भर देखना

नज़र भर देखना

तराशा है उनको बड़ी फुर्सत से,जुल्फे जो उनकी बादल की याद दिला दे,नज़र भर देख ले जो वोह किसी को,नेकदिल इंसान की भी नियत हिला...
इस प्यार का अंदाज़

इस प्यार का अंदाज़

इस प्यार का अंदाज़ कुछ ऐसा है,क्या बताये ये राज़ कैसा है,कौन कहता है कि आप चाँद जैसे हो,सच तो ये है कि खुद चाँद आप जैसा...
मैं जब भी

मैं जब भी

मैं जब भी चाहूँ तुमको पुकार लेता हूँ।अपने लफ़्ज़ों में तुमको उतार लेता हूँ।मैं जानता हूँ तुम कभी न आओगे मगर-तेरी यादों को दिल में सँवार लेता...

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