Hindi Muskaan Shayari – Muskurahat Shayari in Hindi मुस्कुराहट, मुस्कान, स्माइल हिन्दी शायरी लोग कहते हैं कि वक़्त किसी का ग़ुलाम नहीं होता, फिर ‘तेरी मुस्कराहट’ पे वक़्त क्यूँ थम सा जाता है…!!! धड़कने लगे दिल के तारों की दुनियाँ जो तुम मुस्कुरा दो संवर जाये...
ये काल है,कराल है, चन्द्र इसके भाल है खोलदी जटा छटा तो, देख लो विशाल है,नंदी के सवार नंदी, दौड़ता अपार पार रोके कौन,टोके कौन, किसकी येे मजाल है ?ये प्रलय सी चाल है, और गले में व्याल है धरा गगन है डोलते, सुन के डमरू ताल है,दिशा-दिगंत डोलते, गगन से...
हे मुरलीधर छलिया मोहन, हम तुमको दिल दे बैठे, गम पहले ही क्या कम थे, इक और मुसीबत ले बैठे…मन कहता है तुम सुन्दर हो, आँखें कहतीं है दिखलाओ, तुम मिलते नहीं हो आकर के, हम कैसे कहें ये बैठे…हे मुरलीधर, छलिया मोहन, हम तुमको दिल दे बैठे, गम पहले...
सब कुछ है नसीब में, तेरा नाम नहीं है दिन-रात की तन्हाई में आराम नहीं हैमैं चल पड़ा था घर से तेरी तलाश में आगाज़ तो किया मगर अंजाम नहीं हैमेरी खताओं की सजा अब मौत ही सही इसके सिवा तो कोई भी अरमान नहीं हैकहते हैं वो मेरी तरफ यूं उंगली उठाकर इस...