वाह रे जमाने तेरी हद हो गई, बीवी के आगे माँ रद्द हो गई !बड़ी मेहनत से जिसने पाला,आज वो मोहताज हो गई !और कल की छोकरी, तेरी सरताज हो गई ! बीवी हमदर्द और माँ सरदर्द हो गई !वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!पेट पर सुलाने वाली, पैरों में सो रही !बीवी के लिए लिम्का,माँ पानी को...
हमारे देश में हिन्दी दिवस – Hindi Diwas हर साल 14 सितम्बर को ही मनाया जाता है, हिंदी भाषा का दुनियाँ प्रचार-प्रसार करने के लिए इस दिन को मनाते है। 14 सितम्बर 1949 को ही हिंदी को देवनागरी लिपि में भारत की कार्यकारी और राष्ट्रभाषा का दर्जा अधिकारिक रूप से दिया गया...