
कैसे ना मर मिटु उस पर यारों….
कोई तो बताना…
पगली रूठ कर भी कहती है…
सुनो…… संभल के जाना…!!
दिल की बात, हिन्दी शायरी के साथ
कैसे ना मर मिटु उस पर यारों….
कोई तो बताना…
पगली रूठ कर भी कहती है…
सुनो…… संभल के जाना…!!
तुम्हारी फिक्र करने के लिए
हमारा रिश्ता होना जरूरी तो नही…
एहसास की ही तो बात है,
तुम्हारी इजाजत भी जरूरी नही….
इजाजत हो अगर तो पूछ लूँ मैं तेरी ज़ुल्फ़ों से,
सुना है ज़िंदगी एक खूबसूरत जाल है…
Continue reading “इजाज़त शायरी – Ijazat Shayari”इजाजत हो तो तेरे चेहरे को देख लूं जी भर के…
मुद्दतों से इन आँखों ने कोई बेवफा नहीं देखा…….
तेरी दोस्ती ने दिया सकूं इतना
की तेरे बाद कोई अच्छा न लगे
तुझे करनी है बेवफ़ाई तो इस अदा से कर
कि तेरे बाद कोई भी बेवफ़ा न लगे।
खता हो गयी तो फिर सज़ा सुना दो,
दिल में इतना दर्द क्यूँ है वजह बता दो,
देर हो गयी याद करने में जरूर,
लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल मिटा दो।
आज आसमान के तारों ने मुझे पूछ लिया,
क्या तुम्हें अब भी इंतज़ार है उसके लौट आने का।
मैंने मुस्कुराकर कहा,
तुम लौट आने की बात करते हो,
मुझे तो अब भी यकीन नहीं उसके जाने का।