मैं जब भी चाहूँ तुमको पुकार लेता हूँ।
अपने लफ़्ज़ों में तुमको उतार लेता हूँ।
मैं जानता हूँ तुम कभी न आओगे मगर-
तेरी यादों को दिल में सँवार लेता हूँ।
by ShayariArt | Apr 14, 2019 | Love Shayari | 0 comments
मैं जब भी चाहूँ तुमको पुकार लेता हूँ।
अपने लफ़्ज़ों में तुमको उतार लेता हूँ।
मैं जानता हूँ तुम कभी न आओगे मगर-
तेरी यादों को दिल में सँवार लेता हूँ।