कभी ठंड में ठिठुर के देखना,
कभी तपती धूप में जल के देखना,
कैसे होती है हिफाज़त मुल्क की..
कभी सरहद पर चल के देख लेना ।
by ShayariArt | Feb 20, 2019 | Desh Prem | 0 comments
कभी ठंड में ठिठुर के देखना,
कभी तपती धूप में जल के देखना,
कैसे होती है हिफाज़त मुल्क की..
कभी सरहद पर चल के देख लेना ।